Wednesday, March 4, 2009

निरूलाज के विनिवेश में रोड़ा

निरूलाज के विनिवेश में रोड़ा
अरुण कुमार / नई दिल्ली March 04, 2009

http://hindi.business-standard.com/hin/storypage.php?autono=15324




खुदरा कारोबार के मूल्यांकन में आई भारी गिरावट की वजह से फास्ट फूड कंपनी निरूलाज के विनिवेश में रोड़ा अटक गया है।

दरअसल मूल्य को लेकर बड़ा अंतर हो रहा है। मलेशियाई कंपनी नेविस कैपिटल पार्टनर ने कंपनी में विनिवेश करने की बात कही थी और एन एम रॉश चाइल्ड को इसके सलाह के लिए नियुक्त किया गया था।

कुछ कंपनियां इससे इसलिए बाहर हो गई, क्योंकि मौजूदा आर्थिक संकट के माहौल में यह कीमत काफी अधिक है। नेविस ने कंपनी में बड़ी हिस्सेदारी ले रखी है। मई 2006 में 115 करोड़ रुपये की लागत से यह हिस्सेदारी ली गई थी।

एक प्रमुख बैंकर ने कहा, 'हालांकि मांगी गई रकम 250 करोड़ रुपये थी, लेकिन कंपनियां इतनी ऊंची कीमत देने को तैयार नहीं थी। कंपनियां 120 करोड़ के आसपास दे सकती है।' दूसरी तरफ निरूला के एक सूत्र ने बताया कि मलेशियाई कंपनी 450 करोड़ से अधिक रकम चाह रही थी।

दूसरे बैंकर ने कहा, 'अभी के निवेश के माहौल में भारत में फूड चेन के कारोबार में भारतीय कंपनियों की उपस्थिति की वजह से विदेशी कंपनियों के लिए उतना अवसर उपलब्ध नहीं है। कुछ उत्तर भारत के उद्यमियों ने विदेशी कंपनियों से बात भी की है, लेकिन वह असफल रहा है।'

हालांकि इस घटनाक्रम पर निरूला के प्रबंध निदेशक समीर कुकरेजा ने किसी तरह की टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। उनकी हिस्सेदारी कंपनी में काफी कम है। उन्होंने कहा, ' हमलोग जल्दबाजी में नहीं हैं।'

निवेश बैंकर की नियुक्ति के सवाल पर उन्होंने कहा कि इस परिसंपत्ति में नेविस को भी विनिवेश करने की जल्दबाजी नहीं है। वैसे भी यह परिसंपत्ति अभी अच्छा प्रदर्शन कर रही है और पैसा भी कमा रही है।

वास्तविक योजना के मुताबिक नेविस कैपिटल निवेश के तीन साल के भीतर इस वेंचर से बाहर हो जाने का लक्ष्य बना रही थी। कंपनी के एक वरिष्ठ अधिकारी की मानें, तो अगर मागी गई रकम सही नहीं होती है, तो यह करार जून 2009 तक भी संभव नहीं हो पाएगा।

'सत्यम कथा' में आईबीएम
अरुण कुमार और लेस्ली डिमोंटी / नई दिल्ली March 04, 2009






संकटग्रस्त सूचना प्रौद्योगिकी कंपनी सत्यम कंप्यूटर सर्विसेज की 'बिक्री कथा' अभी औपचारिक तौर पर शुरू नहीं हुई है, लेकिन कंपनी को खरीदने के लिए एक से एक दिग्गज पूरी तरह से तैयार है।

इस मामले में नया नाम दुनिया की दिग्गज सूचना प्रौद्योगिकी कंपनी आईबीएम का भी जुड़ गया है। इस तरह की खबरें हैं कि हैदराबाद की इस कंपनी को हासिल करने की होड़ में अब आईबीएम भी शामिल हो गई है।

सूत्रों के मुताबिक इस कंपनी ने सत्यम के बोर्ड के सामने सत्यम में भारी हिस्सेदारी खरीदने का प्रस्ताव रखा है। कंपनी मामलों के मंत्री प्रेमचंद गुप्ता एक हफ्ते पहले ही घोषणा कर चुके हैं कि सत्यम की बिक्री में यह बाधा नहीं है कि इसे कोई भारतीय कंपनी ही खरीदे।

अगर आईबीएम सत्यम को हासिल करने में कामयाब रहती है तो यह देश में सूचना प्रौद्योगिकी सेवाएं मुहैया कराने वाली सबसे बड़ी कंपनी बन जाएगी।

लेकिन इस मामले में आईबीएम के प्रवक्ता ने साफ तौर पर कुछ नहीं कहा। उन्होंने केवल इतना कहा, 'आईबीएम किसी भी तरह की अटकलों और अफवाहों पर टिप्पणी नहीं करती। '


सेंसेक्स में तीन दिनों के गिरावट का सिलसिला थमा
बीएस संवाददाता / मुंबई March 04, 2009






अन्य एशियाई बाजारों से मिले अच्छे संकेतों के बाद बीएसई सूचकांक सेंसेक्स आज 46 अंकों की तेजी लेकर 8473 के स्तर पर खुला। हालांकि, सूचकांक इस तेजी को बरकरार नहीं रख पाया और दिन के खुलने वाले स्तर से 100 अंकों की गिरावट लेकर 8373 अंकों के निचले स्तर पर फिसल गया।

हालांकि, कारोबार के निचले स्तर पर खासकर मेटल शेयरों में हुई ताजा खरीदारी के चलते सूचकांक ने सुबह से हुए नुकसान को कम करके पॉजिटीव जोन में दस्तक दी। सीमेट और रियल्टी के चुनिंदा शेयरों में हुई खरीदारी की मदद से सेंसेक्स दिन के निचले स्तर से 128 अंकों की तेजी लेकर 8501 अंकों के ऊपरी स्तर पर पहुंचने में कामयाब हुआ।

लेकिन बैंकिंग शेयरों में आती कमजोरी के चलते सूचकांक गिरावट की ओर बढ़ता चला गया। अंततः सेंसेक्स 19 अंकों की मामूली तेजी लेकर 8446 के स्तर पर बंद हुआ। इसप्रकार, सेंसेक्स ने आज तीन दिनों से जारी गिरावट के सिलसिले पर रोक लगाई। गौरतलब है कि इन तीन दिनों में सेंसेक्स लगभग 6 फीसदी (529 अंक) लुढ़का था।

आज के कारोबार के तहत बीएसई का मेटल सूचकांक 2.8 फीसदी की तेजी लेकर 4547 के स्तर पर बंद हुआ। तेल एवं गैस और हेल्थकेयर सूचकांक 1-1 फीसदी से अधिक की तेजी लेकर क्रमशः 5842 व 2581 पर बंद हुए। वहीं दूसरी ओर, बैंकिंग और दैनिक उपभोक्ता वस्तूओं के सूचकांक 1.5-1.5 फीसदी की गिरावट लेकर क्रमशः 3890 व 1474 के स्तर पर बंद हुए।

बीएसई के कारोबार में अधिकांश शेयरों में गिरावट का रुख रहा। आज कुल 2537 शेयरों में कारोबार हुआ, जिसमें से 1437 लुढ़के, 998 चढ़े और बाकी शेयरों में कोई बदलाव नहीं हुआ।

सेंसेक्स के जिन शेयरों में तेजी रही...

रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर साढ़े चार फीसदी की तेजी लेकर 458 रुपये पर बंद हुआ। ग्रासिम 4 फीसदी चढ़कर 1416 रुपये पर बंद हुआ। टीसीएस, जयप्रकाश एसोसिएट्स और हिंडाल्को के शेयर लगभग साढ़े तीन फीसदी चढ़कर क्रमशः 461 रुपये, 65 रुपये व 39 रुपये पर बंद हुए। स्टरलाइट 3 फीसदी से अधिक की बढ़त के साथ 245 रुपये पर बंद हुआ।

विप्रो और ओएनजीसी के शेयर लगभग 2.5-2.5 फीसदी की उछाल के साथ क्रमशः 206 रुपये व 664 रुपये पर बंद हुए। एसीसी 2 फीसदी चढ़कर 541 रुपये पर बंद हुआ। मारुति और टाटा पॉवर के शेयर 1.3 फीसदी की तेजी लेकर क्रमशः 681 रुपये व 674 रुपये पर बंद हुए।

सेंसेक्स के जिन शेयरों में गिरावट रही...

आईसीआईसीआई बैंक 4 फीसदी से अधिक की गिरावट लेकर 284 रुपये पर बंद हुआ। एचडीएफसी 3 फीसदी से अधिक लुढ़क कर 1162 रुपये पर बंद हुआ, और स्टेट बैंक करीब 2 फीसदी की कमजोरी लेकर 958 रुपये पर बंद हुआ। बीएचईएल करीब 2.5 फीसदी लुढ़क कर 1333 रुपये पर बंद हुआ।

वैल्यू एवं वॉल्यूम के महारथी...

रिलायंस वैल्यू चार्ट में आज शीर्ष पर रहा और इसके शेयरों में कुल 234.20 करोड़ रुपये का कारोबार हुआ। साथ ही आकृति सिटी (229.60 करोड़ रुपये), आईसीआईसीआई बैंक (211.90 करोड़ रुपये), स्टेट बैंक (130.37 करोड़ रुपये) और एडुकॉम्प सॉल्यूशंस (119.56 करोड़ रुपये) के शेयरों में भी जमकर कारोबार हुआ।

वहीं वॉल्यूम की बात करें तो काल्स रिफाइनरीज इस श्रेणी में अव्वल रहा और इसके लगभग 1.56 करोड़ शेयरों में लेनदेन हुआ। साथ ही आईसीआईसीआई बैंक (72.95 लाख), सत्यम (69.15 लाख), गेटवे डिस्ट्रिपार्क्स (62.45 लाख) और टाटा स्टील (58.88 लाख) के शेयरों में भी बड़े पैमाने पर लेनदेन हुआ।

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